आय बढ़ाने के साथ ही जनहितैषी होगा कमलनाथ का बजट
भोपाल । कमलनाथ सरकार द्वारा नए बजट को तैयार करने की कवायद तेज कर दी गई है। सरकार द्वारा बजट में कोई नया कर नहीं लगाया जाएगा। आ रही खबरों के मुताबिक सरकार नए बजट में आय वृद्धि के साथ ही आम जनता को राहत देने वाले बजट की पूरी तैयारी कर रही है। जिससे माना जा रहा है कि इस बार का बजह लोक-लुभावन वाला होगा। दरअसल नए वित्त वर्ष में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव होना है। सरकार हर हाल में इन दोनो ही चुनावों में पार्टी की जीत चाहती है। यही वजह है कि इस बार सरकार जनता के ऊपर कर का कोई नया बोझ डालने के पक्ष में नहीं है। इसके साथ ही बजट में सरकार को पूरा फोकस आय वृद्धि पर रहने वाला है, इसकी वजह है इस साल प्रदेश के खजाने को को केंद्र से मिलने वाले करों में की गई 14 हजार 233 करोड़ रुपये की कटौती।
आय वृद्धि के लिए सरकार इस बार कर संग्रहण व्यवस्था में कसावट के साथ खनिज, आबकारी और परिवहन से होने वाली आय में वृद्धि पर पूरा ध्यान केन्द्रित करने जा रही है। उधर, हवाई सेवाओं के विस्तार के लिए एयर टरबाइन फ्यूल (एटीआर) पर लगने वाला वेल्यू एडेड टैक्स (वैट) 24 से घटाकर चार प्रतिशत करने का प्रस्ताव है। सूत्रों के मुताबिक वित्त विभाग ने प्रारंभिक तौर पर बजट का जो खाका खींचा है, उसमें नया कर लगाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है। वित्तमंत्री तरुण भनोत भी इसके संकेत दे चुके हैं कि आर्थिक मंदी और केंद्र सरकार के असहयोग के बावजूद जनता पर नए कर का बोझ नहीं डाला जाएगा। वचन पत्र को पूरा करने के लिए अतिरिक्त राशि की जरूरत होगी, जिसकी पूर्ति ऐसे माध्यमों से की जाएगी, जो सीधे जनता को प्रभावित नहीं करेंगे। सरकार नए वित्तीय वर्ष में मौजूदा कर संग्रहण व्यवस्था में भी कसावट लाने की रणनीति पर शुरुआत से ही काम करेगी।
सवा दो लाख करोड़ रुपए से अधिक का बजट
प्रदेश के बजट का आकार सवा दो लाख करोड़ रुपये से अधिक का रहेगा। पहले वित्त विभाग ने केंद्रीय करों में कटौती और आगामी वित्तीय वर्ष में भी केंद्र सरकार से अधिक सहायता की उम्मीद न होने की वजह से बजट का आकार दो लाख करोड़ रुपए के आसपास रखने पर विचार किया था। मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ जब बजट चर्चा का सिलसिला शुरू हुआ तो उन्होंने साफ कर दिया कि बजट के आकार में कमी नहीं होगी। वैकल्पिक वित्तीय व्यवस्था के माध्यम से आय बढ़ाई जाएगी।
एयर टरबाइन फ्यूल पर घटेगा वैट
बताया जा रहा है कि खनिज, परिवहन, आबकारी, मुद्रांक एवं पंजीयन शुल्क से होने वाली आय के लक्ष्य में वृद्धि की तैयारी है। वाणिज्यिक कर विभाग एयर टरबाइन फ्यूल पर लगने वाले वैट को घटाने का प्रस्ताव दे चुका है। दरअसल, विभाग का मानना है कि टैक्स कम रहने से वायुसेवा सुविधा बढ़ेगी और इससे दूसरी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जो राजस्व दिलवाएंगी। भोपाल में 24 प्रतिशत एयर टरबाइन फ्यूल लिया जाता है, जो इंदौर और ग्वालियर में पहले ही घटाकर चार प्रतिशत किया जा चुका है। एक छतरी के नीचे लाई सकती हैं बच्चों और महिलाओं से जुड़ी योजनाएं सरकार बच्चों और महिलाओं को लेकर स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण, महिला एवं बाल विकास से लेकर अन्य विभाग योजनाएं संचालित करते हैं। इन योजनाओं पर विचार करने के लिए गठित अधिकारियों के समूहों ने वित्त विभाग को यह सुझाव दिया है कि समान प्रकृति की योजनाओं को एक छतरी के नीचे लाया जाना चाहिए, इससे हितग्राहियों को बेहतर तरीके से लाभांवित किया जा सकता है।
बजट की मौजूदा स्थिति
मध्यप्रदेश कुल बजट
2 लाख 33 हजार 606 करोड़ रुपए
केंद्रीय करों से मिलने वाला राजस्व
49 हजार 517 करोड़ रुपए
केंद्रीय करों में हुई कटौती
14 हजार 233 करोड़ रुपए
राज्य कर से अब तक प्राप्त राजस्व
47 हजार 323 करोड़ रुपए