अब गांवों में होम स्टे सुविधा शुरू करेगी सरकार
भोपाल । प्रदेश सरकार रोजगार वृद्धि के साथ ही आय वृद्धि के लिए का पूरा ध्यान इन दिनों पर्यटन पर लगाए हुए है। यही वजह है कि सरकार ने ग्रामीण पर्यटन पर भी तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। सरकार का लक्ष्य इस योजना में एक सैकड़ा गांवों में पर्यटन व होम स्टे सुविधा विकसित करने का है। योजना के लिए अब तक पर्यटन विभाग द्वारा बड़े टूरिस्ट स्थलों से सटे पांच दर्जन ग्रामों का चयन कर लिया गया है। शेष गांवों का चयन करने के लिए 20 मार्च तक का समय तय किया गया है। खास बात यह है कि इनके विकास के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को सूची भी सौंप दी गई है। योजना के तहत प्रदेश में 100 गांवों को ग्रामीण पयर्टन स्थलों के रूप में विकसित किया जाना है। यही नहीं ओरछा से सटे कुछ गांवों में पर्यटन और होम स्टे की सुविधा को शुरू भी किया जा चुका है। खास बात यह है कि सरकार होम स्टे की मार्केटिंग ओयो होम्स और ट्रिवागो जैसी ऑनलाइन होटल- ट्रेवल्स बुकिंग कंपनियों की मदद लेने जा रही है।
कर्ज पर नहीं देना होगा ब्याज
सरकार ने होम स्टे योजना में शामिल होने वाले लोगों को बगैर ब्याज का कर्ज देने की भी योजना तैयार की है। यह कर्ज राज्य ग्रामीण आजीविका परियोजना के तहत सेल्फ हेल्प गु्रपों को बगैर ब्याज के उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें मनरेगा की राशि का भी उपयोग करने का प्रावधान किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा राजगढ़ में समूह का चयन कर दो गांवों में पर्यटन विकास का जिम्मा भी दे दिया गया है। इसके लिए पुरानी हवेलियों या पारंपरिक घरों का चयन किया जा रहा है। इसके तहत जिस मकान में मकान मालिक रहता है, उसी में पर्यटकों को ठहराया जाएगा। इसके पीछे सरकार की मंशा पर्यटकों को ग्रामीण परिवेश और घर का माहौल देना है।
विकसति की जाएंगी सभी बुनियादी सुविधाएं
चयनित गांवो के विकास का जिम्मा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को सौंपा गया है। करेगा। यही वजह है कि विभाग द्वारा चयनित गांवों में स्वच्छता, ओडीएफ, सॉलिड-लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट, ड्रेनेज, पोषण वाटिका, वाटरशेड गतिविधि, ग्रामीण सडक़ों का निर्माण और पेयजल के साथ ही अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।