अब सरकार खर्च नहीं करेगी पैसा
भोपाल। इंदौर में 27 से 29 मार्च को होने वाले आइफा अवार्ड समारोह के लिए प्रदेश सरकार प्रायोजकों से ही पैसा जुटाएगी। वित्त विभाग के खर्च पर ऐतराज के बाद सरकार ने यह फैसला किया है। इसके लिए निजी कंपनियों से बातचीत शुरू हो गई है। समारोह में सरकार के स्तर पर करीब 33 करोड़ रुपए खर्च किए जाने थे, लेकिन खस्ताहाल सरकार खजाने के कारण वित्त विभाग ने इसके गैरजरूरी करार दिया था। सूत्रों का कहना है कि सरकार को अभी तक उद्योगपति और बड़े कारोबारियों से 28 करोड़ रुपए के प्रस्ताव मिल चुके हैं। अफसरों ने आइफा को स्पांसर करने वाली निजी कंपनियों के नाम बताने से इनकार किया है। उनका कहना है कि समारोह में कंपनियां अपने अपने स्तर पर अपनी ब्रांडिंग करेगी। किस कंपनी ने कितनी राशि दी इस भी फिलहाल गोपनीय रखा जा रहा है। सरकार आइफा अवार्ड समारोह को बड़े पैमाने पर आयोजित कर रही है, जिसके चलते इंटरनेशनल ब्रांडिंग भी होगी। पहले की तरह मध्यप्रदेश की थीम को स्टेज पर रखने के साथ एक प्रस्तुति देना भी तय रहेगा। इससे मध्यप्रदेश में फिल्म प्रमोशन के रास्ते खुलेंगे।
मंत्री अफसर सभी टिकट लेंगे
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी आइफा अवार्ड समारोह के लिए टिकट खरीदा है। साथ ही सभी मंत्रियों को टिकट खरीदने के लिए कहा है। इसके अलावा अफसरों को भी समारोह में जाने के लिए टिकट खरीदना होगा। सीएम ने साफ कर दिया है कि फ्री पास के चक्कर में कोई भी न रहे। दरअसल, टिकटों की बुकिंग भी शुरू हो चुकी है।
बुकिंग का दौर शुरू
समारोह के लिए इंदौर में होटल और ट्रेवल्स की बुकिंग शुरू हो गई है। समारोह में 16000 से ज्यादा लोग जुटना है। सभी बड़े होटल फिल्मी सितारों और उद्योगपतियों के लिए बुक किए जा रहे हैं।