अस्पताल में जायजा लेने आई कलेक्टर, सीएस व सीएमएचओ से चर्चा करती

मुरैना-सबलगढ़। रविवार का जयपुर से आए युवक को सर्दी जुकाम आदि की शिकायत होने पर सबलगढ़ अस्पताल से मुरैना भेजा गया। जहां पर उसे क्वारंटाइन वार्ड में आइसोलेट किया गया है। युवक में कोरोना के लक्षण डॉक्टरों को नहीं मिले। फिर भी उसे एहतियात के तौर पर क्वारंटाइन किया गया है। जयपुर में इटली की ज्वेलरी कंपनी डेरवाला में काम करने वाला 27 वर्षीय युवक रविवार सुबह जयपुर से सबलगढ़ में बस से अपने घर पहुंचा। उसके साथ इटली के लोग भी कंपनी में काम करते थे। उसे जुकाम, खांसी सहित सीने में दर्द आदि था। वह घर में परिजनों से मिलकर सीधे सबलगढ़ के अस्पताल में पहुंचा और कहा कि शायद उसे कोरोना है। सबलगढ़ के बीएमओ ने उसकी जांच की। हालांकि उन्हें लक्षण नहीं मिले। उन्होंने युवक को तुंरत एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा। जिला अस्पताल में युवक को क्वारंटाइन वार्ड में ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसकी जांच की। सीएमएचओ डॉ. आरसी बांदिल के मुताबिक उसे कोरोना के लक्षण नहीं हैं। लेकिन एहतियात के तौर पर उसे आइसोलेशन में रखा गया है।


पहले अस्पताल में हुआ कलेक्टर की मौजूदगी में डैमो, तुरंत बाद आया युवक


जिला अस्पताल में दोपहर के वक्त कलेक्टर की मौजूदगी में कोरोना मरीज के आने का डैमो किया गया। यानी एक व्यक्ति को कोरोना पीड़ित बनाकर उसे क्वारंटाइन वार्ड में ले जाया गया। लेकिन तुरंत बाद ही हकीकत में सबलगढ़ का युवक आ गया। उसे भी उसी तरह से क्वारंटाइन वार्ड में ले जाया गया।


अस्पताल में भीड़ रोकने के लिए यह किए इंतजाम


- जिला अस्पताल में मेडिकल वार्ड में जाने वाले रास्ते से पहले लोहे के गेट लगाए गए हैं। इन गेटों के पास एसडीआरएफ व अस्पताल के सुरक्षा गार्ड लगाए गए हैं, जिससे वार्ड में लोग अधिक न पहुंच सकें।


- साथ ही यदि कोरोना का संक्रमित आता है तो पीछे के गेट से उसे लाया जाएगा। उस दौरान इन गेटों से आम मरीजों व उनके परिजनों को रोक दिया जाएगा।


- मरीज के गैलरी से निकालने के तुरंत बाद सफाई कर्मी कैमिकल से गेट से लेकर क्वारंटाइन वार्ड तक छिड़काव कर रहे हैं, जिससे तुरंत रास्ता सैनिटाइज हो जाए।


कोरोना के योद्धाः डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व पुलिस कर्मी