'भोले बाबा की गोरा बनी दुल्हनियां, प्यासे पिया को लेने चली पनियां'
भोपाल। श्री बड़वाले महादेव मंदिर में चल रहे 21 दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव के तहत शनिवार को सनातन वैदिक रीति-रिवाज की परंपरानुसार मां गौरा पार्वती जी के मुंह दिखाई रस्में निभाई गई। महिलाओं ने 'गौरा तूने काजल लगाया गोरे गाल पे, भोले बाबा ने पोंछा मृगछाल से। भोले बाबा की गोरा बनी दुल्हनियां, प्यासे पिया को लेने चली पनियां। भोला भांग तुम्हारी मैं घोंटत-घोंटत हारी, तेरी एक दिना की हो तो घोंटू, रोज न घोंटी जाए' आदि मंगल गीत गए और माताजी की बलैंया लेकर संगीत की स्वरलहरियों के साथ भक्ति नृत्य किया। इसके बाद बताशा एवं बूंदी का प्रसाद बांटा। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।
बाबा बटेश्वर का रिसेप्शन आज, लगेगा 56 भोग
श्री बड़वाले महादेव मंदिर में चल रहे 21 दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव के तहत रविवार को बटेश्वर भगवान एवं मां गौरा के वैवाहिक संस्कार के उपलक्ष्य में रिसेप्शन और छप्पन भोग का आयोजन होगा। रिसेप्शन में उन सभी को बुलाउआ दिया, जो महाशिवरात्रि के दिन बाबा की बारात में शामिल हुए थे। सभी को शनिवार को बुलाउआ देकर आमंत्रित किया है। समिति के संयोजक संजय अग्रवाल एवं प्रमोद नेमा ने बताया कि रात्रि 8 बजे बाबा बटेश्वर एवं मां गौरा को दूल्हा-दुल्हन के रूप में श्रृंगार कर फूलों एवं कपड़े से बने मंडप में विराजमान होकर दर्शन देंगे। रात्रि 9 बजे छप्पन भोग लगाकर महाआरती होगी। इसके बाद महाप्रसादी वितरण होगा। इस दौरान मुरलीवाला ग्रुप के विजय चतुर्वेदी की मित्रमंडली भक्ति संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत करेगा।