भोपाल स्टेशन पर मिनी अस्पताल शुरू, यात्रियों को 24 घंटे मिलेगा इलाज
भोपाल । भोपाल रेलवे स्टेशन में शनिवार से मिनी अस्पताल चालू हो गया है। यह एक कमरे का है। इसमें बीमार व दुर्घटनाओं में घायल होने वाले यात्रियों को प्राथमिक इलाज मिलेगा। इसके पहले स्टेशन पर प्राथमिक इलाज की व्यवस्था नहीं थी। यह प्लेटफार्म नंबर-1 के 10 नंबर कमरे में संचालित किया जा रहा है। इसका शुभारंभ रेलकर्मी किशन बिहारी व डिप्टी स्टेशन मास्टर अवधेश सिंह ने किया। इस मौके पर डीआरएम उदय बोरवणकर भी मौजूद थे।
दरअसल, भोपाल रेल मंडल के प्लेटफार्म-1 पर इमरजेंसी मेडिकल रूम की शुरुआत की गई है। इसके लिए एक निजी अस्पताल से अनुबंध किया गया है। इस रूम में डॉक्टर, नर्स 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। मरीजों को बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, स्ट्रेचर और जरूरी लाइफ सपोर्ट उपकरण व दवाइयां मिलेंगी।
अभी तक स्टेशन पर यह सुविधा नहीं थी। यात्री की तबीयत खराब होने पर बाहर से डॉक्टर बुलाने पढ़ते थे, इसमें समय लगता था। तब तक यात्री परेशान होते थे या फिर यात्रियों को एंबुलेंस से हमीदिया और जेपी अस्पताल भेजा जाता था। प्राथमिक इलाज मिलने में ही एक से डेढ़ घंटे लग जाते थे। अब तबीयत खराब होने पर स्टेशन के मिनी अस्पताल में यात्रियों को तत्काल इलाज मिलेगा। गंभीर मरीजों को बड़े अस्पतालों में भेजा जाएगा। यात्री भी प्राथमिक इलाज के बाद अपने पसंद के अस्पताल जा सकेंगे।
दूसरी बार चालू हुआ अस्पताल
दो साल पहले भी स्टेशन पर डॉक्टरों की तैनाती की गई थी। इसके लिए एक निजी अस्पताल से अनुबंध किया गया था। लेकिन कुछ दिन बाद अस्पताल प्रबंधन ने सेवाएं बंद कर दीं। तब से भोपाल स्टेशन पर अस्पताल की सख्त जरूरत थी। आए दिन मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों की तबीयत खराब होती है। प्लेटफार्म पर दुर्घटनाग्रस्त होने वाले यात्रियों को भी समय पर इलाज नहीं मिल पाता और तकलीफ होती है। भोपाल व हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म व ट्रेन के बीच आने वाले ज्यादातर यात्रियों की तो मौत हो चुकी है। इन तमाम दिक्कतों को देखते हुए भोपाल डीआरएम उदय बोरवणकर ने मिनी मेडिकल सुविधा वाले इमरजेंसी रूम की शुरुआत कर दी है।