एमवाय अस्पताल में शुरू नहीं हो सकी ऑनलाइन ओपीडी
इंदौर । एमवाय अस्पताल में एक साल बाद भी केंद्र सरकार की ई-अस्पताल योजना साकार नहीं हो सकी है। मरीज ओपीडी में पर्ची कटवाने के बाद उसे लेकर ही डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही जांच के लिए जाने या दूसरे विभाग में जाने पर पर्ची व अन्य रिपोर्ट लेकर ही पहुंच रहे हैं। जबकि सभी विभागों को नेशनल इन्फॉर्मेशन सिस्टम से इसे जोड़ा जाना है।
एमवाय अस्पताल को ऑनलाइन करने की कवायद मार्च 2018 से शुरू हुई थी। इसके तहत एक ही क्लिक पर मरीजों को पूरा इलाज मिले, यह व्यवस्था होनी थी। उसे जांच रिपोर्ट के लिए बार-बार चक्कर न लगाने पड़े, इसलिए ओपीडी, ब्लड बैंक और कैजुअल्टी से लेकर विभागों को एक-दूसरे से इंटरनेट के माध्यम से लिंक किया जाना था। एडमिशन से लेकर डिस्चार्ज तक का पूरा डेटा एक ही क्लिक पर उपलब्ध होना था। इसके लिए 15 नए कम्प्यूटर भी मंगाए गए थे।
घर बैठे पर्ची बनवाने का काम भी अधूरा
नेशनल इन्फॉर्मेशन सिस्टम से अस्पताल को लिंक कर घर बैठे ही पर्ची बनाने का काम भी अभी तक अधूरा है। इस सिस्टम के माध्यम से ओपीडी में लग रही लंबी लाइन से मरीजों को राहत देने का प्रयास किया जाना है। वहीं ओपीडी से पर्ची कटवाने के बाद एक नंबर जनरेट कर इसी पर मरीजों का नाम, पता व इलाज की जानकारी दर्ज होनी है। इसके साथ ही हर ओपीडी में ना जाकर जिस विभाग में दिखाना है, वही पर्ची बनाने की सुविधा दी जानी है, लेकिन अभी तक यह सिस्टम चालू नहीं हो सका है।
एक-एक विभाग को जोड़ा जा रहा
ऑनलाइन सिस्टम से ओपीडी के साथ एक-एक विभाग को जोड़ने का काम किया जा रहा है। इस योजना के साथ ही आयुष्मान योजना का काम भी किया जा रहा है।
-डॉ. ज्योति बिंदल, डीन, मेडिकल कॉलेज