कलेक्टर बोले- एक साल में 123 गर्भवर्ती महिलाओं की मौत ठीक नहीं, सुधार करो

कलेक्टर बोले- एक साल में 123 गर्भवर्ती महिलाओं की मौत ठीक नहीं, सुधार करो


भोपाल। राजधानी के हमीदिया, सुल्तानिया समेत सरकारी व निजी अस्पतालों में 123 गर्भवती महिलाओं की मौत हुई है। इनमें भोपाल लोकल व आसपास जिलों से रेफर होकर आने वाली गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। ये मौंते बीते एक साल में हुई हैं। इस पर कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने शनिवार को समीक्षा बैठक में अधिकारियों से सवाल किए। पूछा कि एक साल में 123 गर्भवती महिलाओं की मौत कैसे हो गई। इस पर भोपाल सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया व अन्य अधिकारियों ने जवाब दिया कि गंभीर मामलों में मौतें हुई हैं। सभी को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के प्रयास किए गए थे। इस पर कलेक्टर ने कहा कि आगे ऐसा नहीं होना चाहिए। गर्भवती माताओं की विशेष देखरेख की जाए, उन्हें पर्याप्त और अच्छा इलाज मिलना चाहिए। देरी बर्दाश्त नहीं करेंगे।


 

बच्चों को कोरोना वायरस के खतरे व बचाव के तरीके बताओः कलेक्टर ने टास्क फोर्स की बैठक में कोरोना वायरस से बचने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। इसमें हमीदिया, सुल्तानियां, जेपी अस्पताल के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के बेहतर इंतजाम जरूरी हैं। इस वायरस के खतरों के बारे में स्कूली बच्चों को जानकारी दीजिए। बचाव के तरीके भी बताइए, ताकि वे घरों में जाकर अभिभावकों से कोरोना वायरस को लेकर संवाद करें। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए जन जागरूकता भी जरूरी है।