सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित की पैरवी करने वालों को डीआईजी ने फटकारा
इंदौर । सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित की पैरवी करने पहुंचे कारोबारी को डीआईजी ने जमकर फटकारा। वह मंत्रियों की सिफारिश लगवा कर कंट्रोल रूम पहुंचा था। डीआईजी ने उसका आवेदन भी लौटा दिया और कहा कि उसकी तलाश है। गिरफ्तारी नहीं हुई तो कई लोग मुलजिम बनेंगे।
आजाद नगर थाना पुलिस ने पिछले दिनों जीतू सोनी सहित कृष्णकुमार तिवारी, भगतराम उपाध्याय, अमरदीप उपाध्याय, दीपक यादव, दिलीप कंसाल और उदयसिंह ठाकुर के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, चोरी, धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग, अड़ीबाजी का केस दर्ज किया था। उदयसिंह की कई होटल हैं। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। तीन दिन पूर्व पीड़िता पर जानलेवा हमला भी हो गया। उसमें भी महिला ने उदयसिंह के बेटे शेलू पर षड्यंत्र का आरोप लगाया है। शनिवार दोपहर कारोबारी राजेंद्र गौतम व मुकेश गौतम डीआईजी रुचि वर्धन मिश्र से मिलने पहुंचे। राजेंद्र ने एक मंत्री से फोन भी करवाया था। उन्होंने कहा कि उदयसिंह बेकसूर है। उसका जीतू सोनी से कोई लेना-देना नहीं है। डीआईजी नाराज हो गईं और कहा कि वह दुष्कर्म का आरोपित है। उसने महिला के मकान पर कब्जा कराया है। पीड़िता छह साल से शिकायतें कर रही है। डीआईजी ने राजेंद्र गौतम को फटकार लगाई और भगा दिया।
कोर्ट में पीछा कर रहे थे आरोपितों के साथी
महिला ने आरोप लगाया कि उदयसिंह फरारी में उस पर दबाव बनवा रहा है। पिछले दिनों वह कोर्ट में बयान देने गई थी। इस दौरान भी उसके साथियों ने पीछा किया। उसने फोटो खींच कर पुलिस को सौंपे हैं। आजाद नगर टीआई संजय शर्मा के मुताबिक, उदयसिंह की तलाश में कई स्थानों पर छापे मारे लेकिन वह फरार हो गया।