ठगी करने वाले उद्योगपति की पत्नी-बेटे पर दस हजार का इनाम घोषित
इंदौर । पीथमपुर की कंपनी बालाजी स्टेराइड्स एंड हार्मोन प्रालि के कर्ताधर्ताओं पर पुलिस ने इनाम घोषित कर दिया है। हांगकांग का उद्योगपति बनकर एकेवीएन से जमीन लेने वाले प्रेम आइलदसानी की पत्नी जसमीना और बेटे अक्षय की सूचना और गिरफ्तारी पर पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया है। प्रेम आइलदसानी ने बीती सरकार के कार्यकाल में खुद को हांगकांग का रहने वाला एनआरआई उद्योगपति बताते हुए निवेश का ऐलान किया था। एकेवीएन के अधिकारियों के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह से कई बार मुलाकात करने में सफल रहा। इसी प्रचार के दम पर बाद में उसने कंपनी के जरिए कई लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगा दिया।
तीन साल पहले इन्वेस्टर्स समिट में एकेवीएन की ओर से घोषणा की गई थी कि हांगकांग के उद्योगपति आइलदसानी ने एकेवीएन में पहुंचकर इंदौर के आसपास दवा फैक्टरी लगाने की इच्छा जाहिर की है। अधिकारियों ने तब बयान दिया था कि क्योंकि नर्मदा के पानी की गुणवत्ता दवा बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ है इसलिए हांगकांग छोड़कर यह उद्योगपति इंदौर में निवेश करने आया है। समिट में और उसके बाद आइलदसानी की सीधी मुलाकात तत्कालीन मुख्यमंत्री चौहान से करवाई गई। संपर्कों का प्रभाव दिखाकर पहले आइलदसानी ने तमाम लोगों से करोड़ों रुपए हड़पे और परिवार सहित इंदौर का मकान खाली कर फरार हो गया था। कंपनी का कर्ताधर्ता प्रेम आइलदसानी तो करीब दो महीने पहले पलासिया पुलिस की गिरफ्त में आ गया था। लेकिन दस्तावेज लाकर देने का बोलकर उसकी पत्नी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गई थी। उद्योगपति के लेनदेन में पत्नी भी भागीदार थी। जबकि उसका बेटा अक्षय भी कंपनी में डायरेक्टर था। कोर्ट ने प्रेम को जेल भेज दिया था लेकिन पत्नी और बेटा अब तक पुलिस के सामने पेश नहीं हुए। बीते दिनों पुलिस ने मुंबई स्थित उनके ठिकानों पर भी तलाश की लेकिन दोनों नहीं मिले। पीड़ितों की लगातार आ रही शिकायतों के बाद पुलिस अधीक्षक (पूर्व) मोहम्मद यूसुफ कुरैशी ने दोनों आरोपितों को फरार घोषित करते हुए सूचना देकर गिरफ्तारी में मदद करने वाले व्यक्ति को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
जीएसटी का भी घोटाला
बालाजी स्टेराइड्स पर जीएसटी का बड़ा घोटाला और फर्जीवाड़ा करने का आरोप भी लगा है। कंपनी के कर्मचारियों ने ही इस बारे में शिकायत की है। दरअसल कंपनी के नाम पर तो आइलदसानी ने लोगों से पैसा उधार लिया ही। कंपनी में नियुक्त किए कर्मचारियों को लालच देकर कई फर्जी फर्म खड़ी कर दीं। बाद में उनसे खरीदी के बिल बनवाए और लोन व अन्य पैसा भी उन फर्जी कंपनियों के खातों में भुगतान के रूप में डालकर बाद में निकाल लिया। आइलदसानी तो गायब हो गया अब तमाम कर्मचारियों के पास जीएसटी की लाखों-करोड़ों की वसूली के लिए नोटिस जा रहे हैं। कर्मचारियों ने भी मामले में शिकायत कर जीएसटी घोटाले की जांच की मांग की है।