अस्पताल गेट पर मुस्तैदी से ड्यूटी देते पुलिस कर्मी

मुरैना। बेशक अभी तक जिले में कोराना वायरस पॉजिटिव कोई मरीज न हो, लेकिन इसके संभावित फैलाव को रोकने के लिए डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व पुलिस कर्मी जगह जगह अपना प्रयास पूरा कर रहे हैं। खासबात यह है कि इन लोगों में संक्रमण होने का अधिक खतरा रहता है।


किस तरह खतरे में काम कर रहे हैं डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ


अस्पताल में यदि कोई कोरोना का संदिग्ध मरीज आता है तो उसकी जांच के लिए मेडीसिन विशेषज्ञ डॉ. राघवेंद्र यादव व उनके साथ 6 स्टाफ नर्स काम कर रही हैं। हालांकि इन लोगों के पास बचाव के लिए पूरी किट, मास्क व सैनिटाइज करने के लिए सभी चीजें हैं। वहीं इनसे थोड़ी सी चूक हो जाती है तो सबसे पहले संक्रमण के दायरे में यही टीम ही आएगी। यह बात जानते हुए भी टीम लगातार काम कर रही है। इसके अलावा मरीजों को लाने वाले एंबुलेंस कर्मी भी खतरे में हैं। क्योंकि मरीज की सूचना मिलने पर एंबुलेंस ही उन्हें लेने जाती है। इन सभी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारा काम ही है दूसरों को बचाना। ऐसे में हम पीछे कैसे हट सकते हैं।


हर बार्डर, प्वाईंट पर तैनात पुलिस कर्मी


शहर में हर चेकिंग प्वाइंट, सीमा पर मेडिकल टीम के साथ पुलिस कर्मी भी कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। खासबात यह है कि मास्क व सैनिटाइजर लिए हैं, लेकिन इन प्वाइंटों पर पता ही नहीं चलेगा कौन संक्रमित है। ऐसे में इनके संक्रमित होने का अधिक खतरा है। बाजवूद इसके ये लोग अपनी परवाह किए बिना अपनी ड्यूटी को दे रहे हैं।


सफाई कर्मी


अस्पताल के सफाई कर्मी हों या फिर नगरनिगम के। कोरोना के संक्रमण की खबरों के बाद दोनों ही जगहों पर ये सफाई कर्मी अस्पतालों व शहर की सफाई करने व सैनिटाइज करने में जुटे हैं। हालांकि अस्पताल में सफाई कर्मी पूरी सुरक्षा बरत रहे हैं और किट के साथ काम कर रहे हैं। फिर भी किसी मरीज के आने के बाद तुरंत वार्ड या गैलरी को सैनिटाइज करना भी जरूरी है। अस्पताल के सफाई कर्मी राहुल ने बताया कि वैसे तो पूरी सफाई करते थे, लेकिन वर्तमान हालत में अस्पताल को पूरी तरह से सैनिटाइज कर रहे हैं। जिससे कोई भी व्यक्ति संक्रमित न हो।